संत सिरोमणि रविदास जयंती समारोह
संत रविदास जयंती, जो कि भारतीय समाज के महान संत, भक्त और समाज सुधारक संत रविदास के जन्म दिवस के रूप में मनाई जाती है, विशेष रूप से फरवरी में मनाई जाती है। यह दिन उनकी शिक्षाओं और योगदानों को याद करने का अवसर होता है, जिन्होंने भारतीय समाज में ऊंच-नीच, जातिवाद और भेदभाव के खिलाफ संघर्ष किया और सामाजिक समानता की आवश्यकता पर जोर दिया।
संत रविदास के उपदेश
संत रविदास ने अपने समय की सामाजिक और धार्मिक परिस्थितियों को देखकर ऐसे विचार प्रस्तुत किए, जो न केवल उस समय के लिए महत्वपूर्ण थे, बल्कि आज भी हमारे समाज के लिए प्रासंगिक हैं। उनके प्रमुख उपदेशों में शामिल हैं:
ईश्वर के प्रति समर्पण: संत रविदास ने हमेशा यह कहा कि भगवान एक है और वह सभी को समान दृष्टि से देखता है। किसी भी जाति, धर्म, या ऊँच-नीच के आधार पर भेदभाव नहीं करना चाहिए।
समानता और भाईचारे का प्रचार: उन्होंने यह संदेश दिया कि सभी मनुष्य समान हैं और उन्हें समाज में समान अधिकार मिलना चाहिए। उन्होंने अपने भजनों में जातिवाद और ऊंच-नीच के भेदभाव के खिलाफ सशक्त रूप से आवाज उठाई।
मनुष्य का आंतरिक सुधार: संत रविदास ने यह भी सिखाया कि व्यक्ति को अपने आंतरिक गुणों और कर्मों पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए, बजाय इसके कि वह बाहरी रूपों या दिखावे में फंसे।
प्रेम और भक्ति: उन्होंने अपनी भक्ति का आधार प्रेम को बनाया। उनके भजनों में ईश्वर से प्रेम, भक्ति और समर्पण की भावना व्यक्त होती है।
रविदास जी की साहित्यिक धरोहर
संत रविदास ने भक्ति और सामाजिक सुधार के मुद्दों पर कई कविताएं, भजन और शेर लिखे। उनके भजन आज भी बड़े पैमाने पर गाए जाते हैं। इन भजनों में प्रेम, ईश्वर की महिमा, और आत्मिक शुद्धता की बात की जाती है। उनके द्वारा रचित “रविदास जी के पद” में उन्होंने सच्चे धर्म, आंतरिक शुद्धता और आत्मा के उद्धार की बात की है।
संत रविदास का जीवन और उनके उपदेश भारतीय समाज के लिए अमूल्य धरोहर हैं। उन्होंने समाज में व्याप्त जातिवाद, भेदभाव और असमानता को समाप्त करने के लिए अपने भजनों और उपदेशों के माध्यम से एक सशक्त आंदोलन चलाया। उनका जीवन एक प्रेरणा है, जो आज भी समाज में बदलाव की दिशा में महत्वपूर्ण योगदान दे रहा है। उनकी जयंती पर हमें उनके सिद्धांतों को समझने और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करना चाहिए। और आज भी आंबेडकर समिति फुल्ली , गाजीपुर के लोग समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास के साथ -साथ बच्चों को शिक्षा के प्रति जागरूक करने का निरंतर प्रयास कर रहे है |